‘श्याम का दर्शन पाना है तो बोलो राधे-राधे…’

किसान रंगमंच पर रिमिक्स गानों ने मचाई धूम, डांस ने बटोरी तालियां…

-दिल्ली के भजन सम्राट कैलाश अनुज व पीयूशा अनुज ने दी अपनी मिठासभरी आवाज में संगीतमय भजनों की प्रस्तुति।

कमल सिंह यदुवंशी/मीडिया पॉइंट
कोटा, 9 अक्टूबर। धवल चांदनी और संगीत के साजों सामान से बहती सुर ताल के तारत्म्य के बीच दिल्ली से आए भजन सम्राट कैलाश अनुज व पीयूशा अनुज ने भजनों की ऐसी रसधार बहाई कि माहौल में भक्तिरस घुल गया। मौका था नगर निगम कोटा की ओर से आयोजित 124 वें मेला दशहरा के उपलक्ष में सोमवार रात विजयश्री रंगमंच पर भजन संध्या का। देर रात तक बही भजनों की सरिता में हर कोई भक्ति के भव सागर में डूबा नजर आया। अनुज दंपत्ति ने गणपति वंदना से कार्यक्रम का आगाज किया। इसके बाद बजरंग बली करे सब की भली… तीनों लोक में सोक है भारी मदमस्त होकर नाच रहे त्रिपुरारी…रात श्याम सपने में आए दहीया पी गयो सरररर… षेरा वाली का लगा दरबार….जैसे भजनों की सरिता बहाई। नॉन स्टोप हुई भजनों की रसधार ने माहौल में भक्तिरस घोल दिया। पीयूशा अनूज ने अपनी मिठास भरी आवाज में एक राधा दिल में बसे एक राधा बृज में बसे… सुनाया तो कैलास अनुज ने अपनी जादूभरी आवाज से भजन में संगत दी तो माहौल बृजमय हो उठा। फुलों की होली के दौरान राधाकृश्ण के जयकारे लगते रहे। भजन संध्या के दौरान अनुज दंपति ने कहा कि अगर आज की रात राधा राधा बोल देंगे तो मेरे ठाकुर की कृपा बरसेगी। इसके बाद उन्होंने ष्याम का दर्षन पाना है तो बोलो राधे राधे… ष्याम षरण में आना होतो बोलो राधे राधे…भजन की प्रस्तुति दी। कहा कि राधे नाम में संगीत का संसार छिपा है और ष्याम का भी दर्शन भी होता है। कहा कि चुनाव में तो सभी नारे लगा देते है लेकिन ठाकुर के दरबार में नारे लगाने में कंजूसी न बरते। इसके बाद तो दर्शक दीर्घा में मौजूद श्रद्धालु दोनों हाथ उठाकर तालियों के करतल ध्वनि के साथ भजनों की सरिता में गौते लगाने लगे। देर रात तक चले कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ंश्रद्धालु मौजूद थे। संचालन रेणु श्रीवास्तव व गोपाल सोनी ने संचालन किया।

ये भी डूबे भक्ति के भव सागर में
 कार्यक्रम संयोजक व मेला समिति सदस्य महेश गौतम लल्ली ने बताया कि मुख्य अतिथि कोटा उत्तर विधायक प्रहलाद, अध्यक्षता कर रहे यूआईटी अध्यक्ष रामकुमार मेहता, विशिश्ट अतिथि कांग्रेस नेता पंकज मेहता, समाजसेवी सीपी विजय, भाजपा नेता कृश्ण कुमार सोनी, हनुमान शर्मा, दिनेश शर्मा, अशोक जैन ने विधिवत दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। महापौर महेश विजय, उप महापौर सुनिता व्यास, मेला अध्यक्ष राममोहन मित्रा बाबला, निगम आयुक्त डॉ. विक्रम जिंदल, उपायुक्त व मेला अधिकारी नरेश मालव, उपायुक्त राजेश डागा, अतिरिक्त मेला अधिकारी प्रेमशंकर शर्मा, मुख्य लेखाधिकारी टीपी मीणा, मेला समिति सदस्य महेश गौतम लल्ली, रमेश चतुर्वेदी, भगवान स्वरूप गौतम, नरेंद्र हाड़ा, प्रकाश सैनी, विकास तंवर, कृश्ण मुरारी सामरिया, मीनाक्षी खंडेलवाल, मोनू कुमारी , पार्शद बृजेश शर्मा नीटू, धु्रव राठौर ने अतिथियों व कलाकारों का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। 







नृत्य के जरिए भोले की आराधना

मंच पर भजन संध्या के दौरान जय हो भोला भंडारी भोला भंडारी…भजन पर कलाकारों ने शिव परिवार की जीवंत झांकियों के साथ मनमोहक प्रस्तुति दी। दर्शक दीर्घा में भक्ति रस का ऐसा रंग चढ़ा की लोग मंत्रमुग्ध हो नृत्य करने लगे। गोपेश्वर महादेव के जयघोश गूंजते रहे। देखों बरसे रंग नाच शिव षंकर…. डम डम बाजे घुंघरू और बाजे मृदंग… .भजन के दौरान हर हर महादेव, भोलेनाथ की जय के जयकारे लगते रहे।  

राधा माधव देखने में दो लगते है पर है एक ही

संगीतमय माहौल में अनुज दंपत्ति ने राधा माधव की बड़ी ही महत्ता बताई। कहा कि देखने में भले ही राधा व माधव देखने व सुनने में दो लगते है लेकिन यह है एक ही है। इसलिए ष्याम के रंग में रंगना है, दर्शन पाना है तो राधे राधे बोलने में परहेज बिलकुल न करे। इसके बाद तो दर्शक दीर्घा में मानों भक्ति की बयार आ गई। हर कोई भावविभोर हो भक्ति के भव सागर में गौते लगाने लगा। 

कमल सिंह यदुवंशी/ मीडिया पॉइंट राजस्थान 
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