लोक संगीत में होगी खरताल की जुगलबंदी, डेजर्ट सिम्फनी की होगी रोमांचक प्रस्तुति

राष्ट्रीय मेला दशहरा के उद्घाटन समारोह में सोमवार शाम जैसलमेर के अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार गाजी खान बरना प्रस्तुति देंगे। बरना के साथ 30 लोक कलाकार भी विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देंगे। मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा ने बताया कि समारोह में भवई नृत्य, कालबेलिया नृत्य, घूमर, डेजर्ट सिम्फनी समेत लोक गायन, एकल नृत्य, सूफी संगीत की प्रस्तुति होगी। केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लोक कलाकार गाजी खान शानदार गायन के लिए पहचान रखते हैं। उनकी विशेषज्ञता खरताल में है। उन्हें विभिन्न उपकरणों के साथ जुगलबंदी पसंद है। उनकी डेजर्ट सिम्फनी दुनियाभर में मशहूर है।

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गाजी ने जीते ये पुरस्कार : उन्हें वर्ष 2018 के लिए संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप, संगीत नाटक पुरस्कार और ललित कला अकादमी राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए गए हैं। लोक गायक और संगीतकार उस्ताद गाजी खान बरना ने राजस्थानी लोक संगीत की आवाज को कई देशों में फैलाया है। गाजी खान ने बॉलीवुड में भी परफॉर्म किया है। राजस्थान में लोक कला के क्षेत्र में गाजी खान इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित होने वाले मांगनियार समाज के 5वें कलाकार हैं। यह भारत में प्रदर्शन कला श्रेणी में दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार है। उन्होंने यूरोप, एशिया और अमरीका के कई देशों की यात्रा की है। वे जाकिर हुसैन, एआर रहमान जैसे प्रसिद्ध ताल वाद्य वादकों के साथ भी काम कर रहे हैं। उन्होंने 1988 में जापान और 1995 में फ्रांस में आयोजित भारत महोत्सव में दो बार प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने 1992 में एलन वेबर जैसे प्रसिद्ध और बड़े नामों के साथ भी काम किया है, 1993 से राजीव सेठी के साथ जुड़े हुए हैं और रविशंकर और रवि मेनन के साथ एक शो भी किया है। जिसे 1994 में रॉयल सर्कस थिएटर, यूनाइटेड किंगडम में सितार से गिटार के रूप में जाना जाता है।

बेटा भी कलाकार : बरना का 14 वर्षीय बेटा सरताज खान एक प्रसिद्ध बाल कलाकार है और फिल्म दंगल के गीत ’’बापू सेहत के लिए’’ से अपनी प्रसिद्धि के लिए जाना जाता है। वह राजस्थानी लोक संगीत को घराने के रूप में स्थापित करने के लिए प्रयासरत है।