मेले में लाइव दिखेगा कैसे बनता है कचरे से कंचन

कैसे बनाएंगे स्वच्छ शहर, प्रदर्शनी में दिखाएंगे लाइव डेमो

स्वच्छ भारत मिशन के तहत कोटा शहर को कैसे कचरा फ्री सिटी बनाया जाए। सफाई की नई व्यवस्था कैसे होगी, कौन लोग यह काम करेंगे। इसमें जनता की क्या भागीदारी रहेगी। यह सब आपको दशहरा मेले में एसएलआरएम प्रोजेक्ट के तहत लगाई गई प्रदर्शनी में लाइव डेमो दिखाकर बताया जाएगा।

कचरे से क्या-क्या उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं, यह सब भी यहां दिखाया जाएगा। कचरे से कंचन बनाने की थीम पर प्रदर्शनी स्थल पर बड़ा पाण्डाल लगाया गया है।

एसएलआरएम प्रोजेक्ट के तहत कचरे से कंचन बनाने का काम दशहरा मेले से ही शुरू किया जाएगा। इसके लिए मेले से कचरा एकत्रित करने के लिए अभी दो नए वाहन तैयार किए हैं। इस गाड़ी पर ही कचरे से कंचन और स्वच्छ कोटा का स्लोगन दिया गया है। आयुक्त शिव प्रसाद एम. नकाते ने बताया कि मेले में प्रत्येक दुकानदार को दो तरह के डस्टबिन दिए जा रहे हैं।

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किस तरह से कचरे से पैसा बनाया जाता है और बिना किसी गंदगी के उसका निस्तारण भी हो जाता है, शहरवासियों को ये लाइव दिखाने के लिए नगर निगम दशहरे मेले में एसएल आरएम सेंटर की शुरूआत की है।

सॉलिड एंड लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट के तहत घर-घर से कचरा संग्रहण और उसका वर्गीकरण कर निस्तारण करने का प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत काम कैसे होता है, ये आम जनता को दिखाने तथा मेले में आए कचरे का निस्तारण करने के लिए निगम ने मेला परिसर में ही इसका सेंटर बनाया है। आयुक्त शिवप्रसाद एम नकाते के अनुसार इस सेंटर में घर बाजार से निकलने वाले कचरे को अलग-अलग किया जा रहा है। रिसाइकल किए जाने वाला कचरा अलग, खाद बनाने योग्य कचरा अलग, सब्जियों अन्य खाद्य पदार्थों का कचरा अलग-अलग किया जा रहा है। खाद्य पदार्थों के कचरे को किशोरपुरा स्थित कायन हाउस भेजा रहा है।

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